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नाइट्रोजन |
नाइट्रोजन संयुक्त अवस्था में जंतु और वनस्पति उत्पादक एवं कई खनिजों में पाई जाती है। अति शुद्ध नाइट्रोजन बेरियम ऐजाइड को वायु की अनुपस्थिति में गर्म करने से प्राप्त होती है। नाइट्रोजन रंगहीन गंधहीन स्वादहीन तथा अक्रिय गैस है
नाइट्रोजन जल में अल्प विलेय हैं। नाइट्रोजन की खोज 1773 में स्कॉटलैंड के वैज्ञानिक डेनियल रदरफोर्ड ने की थी। नाइट्रोजन आवर्त सारणी के पांचवे समूह का प्रथम तत्व है।
द्रव नाइट्रोजन का क्वथनांक -195.8 डिग्री सेंटीग्रेड होता है। ठोस नाइट्रोजन का गलनांक -209.9 डिग्री सेंटीग्रेड होता है। नाइट्रोजन को आवर्त सारणी के उपवर्ग 5A में रखा गया है।
रासायनिक रूप से नाइट्रोजन निष्क्रिय गैस है। वायु, ऑक्सीजन, कार्बन डाइऑक्साइड आदि क्रियाशील गैसों से मुक्त अक्रिय वातावरण प्राप्त करने में नाइट्रोजन उपयोग होता है।
द्रव नाइट्रोजन का उपयोग करके निम्न ताप प्राप्त किया जाता है। नाइट्रोजन का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 1s2, 2s2, 2p3 है ।नाइट्रोजन के दो स्थायी समस्थानिक और 3 अस्थायी समस्थानिक है।
फ्रांसीसी वैज्ञानिक लाब्वाज्ये ने नाइट्रोजन को ऑक्सीजन से अलग कर इसका नाम ऐजोट रखा था। 1790 मे शाप्टाल ने इस तत्व को नाइट्रोजन नाम दिया था। नाइट्रोजन का अणु दो परमाणुओं से बना होता है।
प्रोटीन में नाइट्रोजन जटिल कार्बनिक पदार्थों के रूप में सदैव उपस्थित रहता है। नाइट्रोजन का परमाणु भार 14.0067 है। साधारण ताप पर नाइट्रोजन न तो जलता है और ना ही किसी धातु से योगिक बनाता है।
उच्च ताप पर नाइट्रोजन अनेक तत्त्वों जैसे लिथियम, मैग्नेशियम, केल्सियम, बोरान आदि से क्रिया करके नाइट्राइट बनाता है।
बिजली के बल्ब में नाइट्रोजन भरने से उनकी जीवन अवधि बढ़ जाती है। जव पदार्थों के लिए नाइट्रोजन चक्र बहुत आवश्यक क्रिया है। जीव-जंतुओं व वनस्पतियों में नाइट्रोजन प्रोटीन के रूप में संचित रहता है।
हाइड्रोजन के साथ नाइट्रोजन 3 योगिक बनाता है अमोनिया, हाइड्रेजीन, हाइड्रेजाइक अम्ल। नाइट्रोजन के पांच स्थिर ऑक्साइड ज्ञात है।
> नाइट्रस ऑक्साइड
> नाइट्रिक ऑक्साइड
> डाइ नाइट्रोजन ऑक्साइड
> नाइट्रोजन डाइ नाइट्रोजन
> डाइऑक्साइड पेंटाऑक्साइड
* नाइट्रोजन गैस श्वसन क्रिया में सहायक नहीं होता जिससे नाइट्रोजन के वायुमंडल में प्राणियों की मृत्यु हो जाती है
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